Odisha Train Accident : ओडिशा सरकार ने रेल हादसे में पीड़ितों के शवों की पहचान करने की परिजनों से की अपील, जाने घायलों का किस अस्पताल में चल रहा इलाज
Khari Khari News :
Odisha Train Accident : ओडिशा के बालासोर जिले में तीन ट्रेनों के बीच हुई दुर्घटना लगभग तीन दशकों में भारत की सबसे भीषण रेल दुर्घटनाओं में से एक है। इसमें कम से कम 288 लोग मारे गए हैं और 1,000 से अधिक घायल हुए हैं। बालासोर ट्रेन हादसे को लेकर तरह-तरह की अटकलें लगाई जा रही हैं। विपक्षी दलों ने कवच सेफ्टी सिस्टम पर भी सवाल खड़े किए हैं।ओडिशा सरकार ने ओडिशा के बालासोर में दुखद ट्रेन दुर्घटना में मृतकों के शवों की पहचान करने और दावा करने के लिए विभिन्न राज्यों के परिजनों से आग्रह किया है।
सरकार के अनुसार, विभिन्न मुर्दाघरों में अभी भी कई शवों की पहचान किए जाना बाकी है। आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, शुक्रवार रात हुई इस दुर्घटना में 288 लोगों की मौत हो गई और 1000 से अधिक लोग घायल हो गए। विभिन्न मुर्दाघरों में अभी भी कई शवों का दावा किया जाना बाकी है। राज्य सरकार विभिन्न राज्यों के परिजनों से शवों की पहचान करने और दावा करने की अपील कर रही है।
जानकारी के मुताबिक, ट्रेन हादसे में मारे गए लोगों के करीब 200 शवों की पहचान अभी नहीं हो पाई है। बहुत सारे निकाय उन राज्यों से संबंधित माने जा रहे हैं जहाँ दो यात्री ट्रेनें शुरू होती हैं और समाप्त होती हैं। सरकार ने कहा कि बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल और अन्य पड़ोसी राज्यों के कई यात्री अक्सर इन यात्री ट्रेनों में यात्रा करते हैं, इसलिए यह उम्मीद की रही है कि अधिकांश शव इन्हीं राज्यों के लोगों के होने की संभावना है। ओडिशा सरकार ने विभिन्न अस्पतालों में इलाज करा रहे यात्रियों की सूची सरकारी वेबसाइट पर अपलोड कर दी है।
इसने पहचान की सुविधा के लिए वेबसाइटों पर मृत यात्रियों की सूची और तस्वीरें भी अपलोड की हैं। https://srcodisha.nic.in/, https://www.bmc.gov.in , https://www.osdma.org पर चेक कर सकते हैं। जानकारी के मुताबिक, बालासोर ट्रेन दुर्घटना में मृतकों की तस्वीरें केवल पहचान की सुविधा के लिए पोस्ट की जा रही हैं। दुर्घटना की प्रकृति को देखते हुए, पोस्ट की गई तस्वीरें परेशान करने वाली हैं। यह सलाह दी जाती है कि बच्चे इन तस्वीरों को देखने से बचें। दर्शकों के विवेक का प्रयोग किया जा सकता है। भुवनेश्वर नगर आयुक्त कार्यालय ने वाहनों के माध्यम से आवश्यकता के अनुसार लोगों को अस्पताल या मुर्दाघर तक पहुँचाने के लिए एक नियंत्रण कक्ष भी स्थापित किया है।
करीब एक हजार से ज्यादा कर्मचारी काम में लगे हैं। मंत्रालय ने कहा कि सात से अधिक पोकलेन मशीनें, दो दुर्घटना राहत ट्रेनें और 3-4 रेलवे और रोड क्रेन तैनात हैं। बालासोर जिले के बहनागा बाजार स्टेशन पर तीन अलग-अलग पटरियों पर तीन-तरफा दुर्घटना में बेंगलुरु-हावड़ा सुपरफास्ट एक्सप्रेस, कोरोमंडल एक्सप्रेस और एक मालगाड़ी शामिल थी।
ये भी पढ़ें : Weather Updates : तेज हवाओं और झमाझम बारिश से ठंडा हुआ दिल्ली-NCR, 15 जून तक प्रदेश में भीषण गर्मी पड़ने के आसार
ये भी पढ़ें : Karnataka News : कर्नाटक में पशुपालन मंत्री के बयान पर छिड़ा विवाद, बोले- बैल और भैंस कट सकती है तो गाय क्यों नहीं !
ये भी पढ़ें : Odisha Train Accident : रेल मंत्री ने दी बड़ी जानकारी ! जाँच में बालासोर भीषण ट्रेन हादसे की वजह आई सामने
Connect with Us on | Facebook