बदलते मौसम में बढ़ा बीमारियों का खतरा, जानिए कैसे रखें बदलते मौसम में अपना ध्यान !
ये घरेलु नुस्खे अपनाएं,जल्द मिलेगा आराम !
Kharikhari News Desk : देशभर में इस समय तेजी से मौसम में बदलाव आ रहा है। कुछ जगहों पर तेज धूप तो कहीं मौसम शुष्क बना हुआ है पहाड़ों पर बर्फ के साथ अपनी हवाएं चल रही हैं। सुबह के समय लोगों को सर्दी का एहसास होने लगता है। ऐसे में बदलते मौसम के साथ साथ सर्दी जुखाम बुखार और गले की समस्याएं काफी सामान्य हो गई है।
जाने क्या कहते है स्वास्थ्य विशेषज्ञ:
स्वास्थ्य विशेषज्ञों की मानें तो बच्चे और बुजुर्गों में इस तरह की समस्याओं का जोखिम सबसे अधिक देखा जाता है। बदलते मौसम के साथ साथ यह बीमारी अधिक बढ़ने लगी है। डॉक्टर्स की मानें तो मौसम में विशेष बदलाव के कारण सावधानी बरतनी चाहिए।
जाने कैसे मिलेगा लाभ:
सर्दी गले में दर्द खराश की दिक्कत हो तो हर बार इसके लिए दवाइयों की आवश्यकता नहीं होती है इसमें कुछ आसान से घरेलू उपाय करके भेज लाभ पाया जा सकता है। स्वास्थय विशेषज्ञों की माने तो सर्दी गले में दर्द और संक्रमण किसी को भी हो सकता है। हालांकि जिन लोगों की इम्युनिटी कमजोर होती है उन्हें इसका जोखिम अधिक हो सकता है, लेकिन घरेलू नुस्खों की मदद से इस तरह की समस्याओं को आसानी से निपटा जा सकता है।
भाप से बंद नाक में मिलता है आराम :
बदलते मौसम के साथ होने वाले संक्रमण के कारण नाक बंद होने की समस्या सबसे सामान्य है। इसके लिए आयुष मंत्रालय के दिशानिर्देशों के अनुसार गले की परेशानी या बंद नाक में पुदीना के पत्तों या अजवाईन के साथ भाप लेने से लाभ मिलता है। यह कफ को कम करने के साथ नाक को खोलने और सांस लेने को आसान बनाती है।
लौंग और शहद का सेवन :
सूखी खांसी-गले में दर्द और खराश जैसी दिक्कतों को कम करने के लिए लौंग के चूर्ण और शहद को मिलाकर इसका सेवन करने से लाभ पाया जा सकता है। खांसी या गले में जलन होने पर दिन में 2-3 बार इसका सेवन किया जा सकता है। सर्दी-जुकाम की समस्याओं में इस उपाय से आराम पाया जा सकता है।
नमक पानी के गरारे करें :
गले में दर्द और खराश को कम करने और सर्दी के लक्षणों में नमक पानी के गरारे करने से लाभ मिलता है। एक गिलास पानी में 1 टेबल स्पून नमक डालकर 5 मिनट तक उबालें। जब तापमान सामान्य हो जाए तो इसे गरारे करने के लिए इस्तेमाल करें। गरारे के साथ गुनगुने पानी का सेवन करना भी लाभकारी तरीका हो सकता है।
तुलसी का काढ़ा पिएं :
तुलसी सबसे अच्छी एंटीवायरल जड़ी-बूटियों में से एक है जिसे खांसी, सर्दी और गले में खराश में बहुत प्रभावी माना जाता है। 4-5 तुलसी के पत्तों को थोड़े से पानी में उबालकर इसे पीने से लाभ मिलता है। आप चाहें तो इसमें शहद, अदरक मिला सकते हैं। यह काढ़ा प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ावा देने में भी आपके लिए मददगार है।