Pitta Dosha : जानें पित्त दोष क्या है, और इसको प्राकृतिक रूप से कैसे समझे
Pitta Dosha : आयुर्वेद का उपयोग विभिन्न मानसिक और शारीरिक कठनाईओ के इलाज के लिए एक Holistic दवा के रूप में किया गया है। आयुर्वेद शारीरिक, मानसिक और स्वास्थ्य के मिश्रण के साथ पूरे शरीर के उपचार पर ध्यान देता है। यह रोगों की अवधारणा के इर्द-गिर्द चलता है और यह माना जाता है कि व्यक्ति का रोग व्यक्ति के व्यक्तित्व और स्वास्थ्य का निर्धारण करने में सहायता करता है।
दोष वास्तव में क्या हैं
आयुर्वेद इस बात पर निर्भर करता है कि पांच तत्व हैं जिन पर पृथ्वी का निर्माण आकाश, जल, पृथ्वी, अग्नि, और वायु से हुआ है। ये तत्वों रोगों में योगदान देता है, जिन्हें वात, कफ और पित्त के रूप में भी जाना जाता है। ये दोष किसी व्यक्ति के शारीरिक, मानसिक और भावनात्मक Health को तय करने के लिए ज्यादा जिम्मेदार होते हैं।
पित्त दोष को समझना
पित्त दोष अग्नि और जल का संलयन है और इस दोष वाले लोग Strong व्यक्तित्व के होते हैं इस दोष को आम तौर पर गर्म, हल्का, तेज, तैलीय, तरल और मोबाइल के रूप में लेबल किया जाता है। अपनी तेज गर्म प्रकृति के कारण, गर्मी के मौसम को पित्त के मौसम के रूप में पहचाना जाता है। पित्त दोष वाले लोगों में बड़ी मांसपेशियों की ताकत होती है। पित्त दोष वाले लोगों की कमजोरियाँ, चिड़चिड़े, आसानी से संघर्ष में पड़ सकते हैं, हर समय भूखे रह सकते हैं, खाली पेट मिजाज से पीड़ित, गर्म तापमान के प्रति Sensitive
Also Read : Benefits of kiwi : कीवी के फायदे जानकर रह जाएंगे हैरान, रोजाना सेवन से मिलेंगे चौंकाने वके वाले फायदे
Also Read : Home Remedies To Fight Flu : फ्लू से लड़ने के लिए अपनाएं कुछ घरेलू उपचार, मिल सकती है राहत
Connect with Us on | Facebook