हरियाणा के जींद स्कूल कांड मामले की जांच पूरी, शिक्षा विभाग ने की ये सिफारिश

हरियाणा के स्कूल शिक्षा विभाग ने जींद के सरकारी गर्ल्स सीनियर सेकेंडरी स्कूल के लगभग 30% कर्मचारियों, शिक्षण और गैर-शिक्षण को स्थानांतरित करने की सिफारिश की है। विभाग ने 11 शिक्षकों और एक क्लर्क समेत 14 कर्मचारियों के तबादले की अनुशंसा की है।
शेष दो चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों के नाम भी इस लिस्ट में शामिल हैं। यह कदम विभाग की एक टीम द्वारा पिछले सप्ताह स्कूल का दौरा करने और कर्मचारियों के सामूहिक स्थानांतरण की सिफारिश करने के बाद उठाया गया है। शिक्षा विभाग लगभग 50 छात्राओं से स्कूल प्रिंसिपल पर यौन उत्पीड़न के आरोपों की जांच कर रहा है।
टीम के साथ बातचीत करने वाली छात्राओं के माता-पिता ने कर्मचारियों की भूमिका पर सवाल उठाए थे। साथ ही उन्होंने कर्मचारियों को बाहर ट्रांसफर करने का आग्रह किया था। प्रिंसिपल से मिलीभगत का आरोप लगाने के अलावा अभिभावकों को स्कूल में अपने बच्चों की सुरक्षा का डर सता रहा है।
विभाग के सूत्रों ने बताया कि हाल ही में स्कूल में तैनात किए गए लोगों को छोड़कर, सीनियर विंग के अधिकांश शिक्षकों को ट्रांसफर कर दिया गया है। विभाग उस महिला अतिथि शिक्षक की भूमिका की भी जांच करेगा, जिसे हाल ही में स्कूल से बाहर स्थानांतरित कर दिया गया था। वह कथित तौर पर आरोपी प्रिंसिपल की करीबी थी और उसका ज्यादातर काम संभालती थी।
माता-पिता और छात्रों ने शिक्षिका पर आरोप लगाए थे और उनकी भूमिका की जांच चाहते थे। जबकि, शिक्षण स्टाफ ने न केवल दूसरी तरफ देखा, बल्कि इस मामले पर बयान देने में भी अनिच्छा जताई। यह कहते हुए कि उन्होंने कुछ भी गलत नहीं देखा है। जिला शिक्षा अधिकारी ने अपनी रिपोर्ट में यह बताया था कि स्कूल स्टाफ का रवैया सहयोगात्मक नहीं है।
शिक्षा विभाग के सूत्रों ने बताया कि विभाग ने तबादलों की सिफारिश की है और नाम शिक्षा मंत्री को भेज दिए गए हैं। इधर, शिक्षा मंत्री कंवर पाल गुज्जर ने कहा कि आरोपी प्रिंसिपल के संबंध में सख्त कार्रवाई की जाएगी और शिक्षकों का तबादला किया जाएगा। उन्होंने कहा है कि मैं अभी राजस्थान में चुनाव प्रचार कर रहा हूं, जल्द ही लौटूंगा।