जिगरी यार गैंगस्टर : पढ़ाई ने बनाया दोस्त, राजनीति ने बनाया जानी दुश्मन?
तिहाड़ जेल में चाकुओं से गोदकर हत्या !
KHARIKHARI NEWS DESK : आज हम आपको दो जिगरी यार गैंगस्टरों की ऐसी कहानी बताने जा रहे है.. जिसको पढ़कर आप भी हैरान हो जाएंगे। दो ऐसे लोग जो पहले से ही गैंगवार की दुनिया से जुड़े हुए थे जेल में दोनों की दोस्ती हुई दोस्ती भी ऐसी कि दोनों एक दूसरे के लिए जान देने के लिए तैयार था लेकिन देखते ही देखते दोस्ती कब दुश्मनी में बदल गई किसी को पता ही नहीं चला...
तिहाड़ जेल में कैसे हुआ कत्तल :
ताजपुरिया दिल्ली के दाउद के नाम से मशहूर नीरज बवाना और पंजाब के कुख्यात शार्पशूटर दविंदर बंबीहा गैंग के सिंडिकेट में था। दिल्ली स्थित देश की सबसे हाई सिक्योरिटी वाली तिहाड़ जेल में 1 महीने में एक दिन पहले दूसरे गैंगस्टर टिल्लू ताजपुरिया की चाकुओं से गोदकर हत्या कर दी गई। इससे कुछ दिन पहले गैंगस्टर लॉरेंस के करीबी प्रिंस तेवतिया का इसी जेल में कत्ल कर दिया गया।
अब दोनों हो इस दुनिया में नहीं :
टिल्लू और गोगी कभी जिगरी यार हुआ करते थे। गौरतलब है कि अब दोनों इस दुनिया में नहीं रहे। बता दें कि टिल्लू ताजपुरिया के मर्डर का जिम्मेदार जितेंद्र मान उर्फ गोगी गैंग को माना जा रहा है। देखते ही देखते दोंनो दोस्त एक दूसरे की जान के प्यासे हो गए...बता दें किगोगी इस दुनिया में नहीं है लेकिन उसकी गैंग आज भी क्राइम की दुनिया में एक्टिव है।
एक थप्पड़ के बदले खून खराबा :
दिल्ली के गांव अलीपुर में जन्मा जितेन्द्र मान उर्फ (गोगी) और सुनील मान उर्फ टिल्लू दोनों एक समय में जिगरी यार हुआ करते थे.. बता दें कि दोनों ही एक दूसरे के गांव में भी पडोसी थे.. 2010 तक एक जिगरी यार हुआ करते थे। दोनों ने ही अपनी पढ़ाई दिल्ली यूनिवर्सिटी से पूरी की..
दोनों में एक बात थी सम्मान :
दोनों ने एक साथ कॉलेज में कदम रखा और दोनों हर चीज में एक दूसरे को स्पोर्ट किया करते थे.. जितेन्द्र मान उर्फ गोगी और टिल्लू में दोस्ती ऐसी थी कि दोनों एक-दूसरे सगे भाई की तरह मानते थे। जितेन्द्र ने कॉलेज छात्र संघ के चुनाव में एक प्रत्याशी को खड़ा कर उसका समर्थन किया। दोनों में राजनीति को लेकर काफी उत्साह था। मगर, वे खुद कभी राजनैतिक मैदान में उतरना नहीं चाहते थे।
एक थपड के बाद दोनों में बढ़ी दुश्मनी :
गोगी के साथी कहे जाने वाले अरूणा उर्फ कमांडों पर अटैक कर दिया। कमांडो तो इस हमले में बच गया, लेकिन इसके बाद बचपन के दो जिगरी यार एक-दूसरे के आमने-सामने आकर खड़े हो गए। इसी बीच टिल्लू ने भी अपने साथियों को कहे अनुसार दूसरे प्रत्याशी का समर्थन कर दिया और यहीं से दोनों के बीच दुश्मनी की पहली लकीर खिंच गई।