‘‘Bharat Jodo Yatra’’ कश्मीर से Rahul Gandhi की दहाड़-

‘‘Bharat Jodo Yatra’’ जानिए अंतिम दिन में Rahul Gandhi के क्या है बोल- 
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‘‘Bharat Jodo Yatra’’ का मकसद भारत के उदार, धर्मनिरपेक्ष मूल्यों को बचाना : Rahul Gandhi 

 "कश्मीर के लोगों ने मुझे हथगोले नहीं दिए, सिर्फ प्यार भरा दिल दिया

कश्मीर के लोग और हम अलग नहीं- राहुल गांधी 

 

Kharikhari News Desk : Congress  नेता Rahul Gandhi  ने भारत जोड़ो यात्रा को अब विराम देने का ठान लिया है.. जिसके चलते आज इतने दिनों बाद भी उनका वही हौसला नजर आया जो पहले दिन उनके चेहरे पर देखने को मिल रहा था... गौरतलब है कि ये यात्रा दर्जनों राज्यों से गुजरी इस दौरान Rahul Gandhi के साथ-साथ उनके कई समर्थकों ने भी उनकी तरह ही संघर्ष किया... कड़ी धुप हो या ठंड लेकिन राहुल और उनकी सेना का हौंसला कही भी डगमगाया नहीं... जिसको देखते हुए विपक्ष में भी बोखलाहट है। 

ये यात्रा कांग्रेस के लिए नहीं बल्कि देश के लिए है : Rahul Gandhi 

कहा कि उनकी ‘‘Bharat Jodo Yatra’’ का मकसद भारत के उदार और धर्मनिरपेक्ष मूल्यों को बचाना है। उन्होंने दावा किया कि देश के उदार और धर्मनिरपेक्ष मूल्यों को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के हमले का सामना कर पड़ रहा है। उन्होंने 136 दिन लंबी अपनी यात्रा के समापन पर यहां एक रैली में कहा, "मैंने यह यात्रा अपने लिए या Congress  के लिए नहीं बल्कि देश के लोगों के लिए की है। हमारा मकसद उस विचारधारा के खिलाफ खड़ा होना है जो इस देश की नींव को ही नष्ट करना चाहती है।".

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 मोदी जी, अमित शाह जी, भाजपा और RSS पर Rahul का जुबानी प्रहार :

उनकी यह रैली शहर में भारी हिमपात के बावजूद आयोजित की गई। Rahul Gandhi  ने कहा कि भाजपा और RSS हिंसा भड़का कर देश के उदार एवं धर्मनिरपेक्ष मूल्यों को निशाना बना रहे हैं। उन्होंने उन पलों को याद किया जब उन्हें फोन पर उनकी दादी इंदिरा गांधी और पिता राजीव गांधी की हत्या की सूचना मिली थी। Congress  के पूर्व अध्यक्ष ने कहा कि हिंसा भड़काने वाले कभी भी उस दर्द को नहीं समझ पाएंगे। उन्होंने कहा, "जो लोग हिंसा भड़काते हैं - जैसे मोदीजी, अमित शाहजी, भाजपा और RSS - वे इस दर्द को कभी नहीं समझेंगे। सेना के किसी जवान का परिवार यह समझेगा, पुलवामा में शहीद हुए सीआरपीएफ जवानों का परिवार यह समझेगा, कश्मीर के लोग समझेंगे कि वह दर्द क्या होता है।’’

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सेना और कश्मीर का दर्द मुझसे जुड़ा है,क्युकी मैनें भी अपनों को खोया है : गांधी 

Rahul Gandhi  ने कहा कि उनकी ‘‘यात्रा का मकसद अपने प्रियजनों की मौत की खबर देने वाले फोन कॉल को समाप्त करना है - चाहे वह कोई सैनिक हो, सीआरपीएफ का जवान हो या कोई कश्मीरी हो।" Congress  नेता ने भाजपा के शीर्ष नेताओं को उनकी तरह जम्मू-कश्मीर में यात्रा करने की चुनौती देते हुए कहा कि वे लोग कभी भी ऐसा नहीं करेंगे क्योंकि वे भयभीत हैं। उन्होंने कहा, "मैं आपको गारंटी दे सकता हूं कि भाजपा का कोई भी नेता जम्मू-कश्मीर में इस तरह पैदल नहीं चल सकता। वे ऐसा नहीं करेंगे, इसलिए नहीं कि उन्हें इसकी अनुमति नहीं दी जाएगी, बल्कि इसलिए कि वे भयभीत हैं।"

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 "कश्मीर के लोगों ने मुझे हथगोले नहीं दिए, सिर्फ प्यार भरा दिल दिया : Rahul Gandhi 

Rahul Gandhi  ने कहा कि उन्हें जम्मू-कश्मीर की धरती पर पैदल नहीं चलने की सलाह दी गई थी क्योंकि उन पर हमला हो सकता है। उन्होंने कहा, "मैंने इस पर विचार किया और फिर फैसला किया कि मैं अपने घर और अपने लोगों (जम्मू-कश्मीर में) के साथ चलूंगा। क्यों नहीं उन्हें (उनके दुश्मनों को) मेरी शर्ट का रंग बदलने का मौका दिया जाना चाहिए, उन्हें इसे लाल करने दें।".उन्होंने कहा, "कश्मीर के लोगों ने मुझे हथगोले नहीं दिए, सिर्फ प्यार भरा दिल दिया।

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