'गजवा-ए-हिंद' के खिलाफ NIA की बड़ी कार्रवाई, 3 राज्यों में 7 ठिकानों पर ताबड़तोड़ रेड !
7 ठिकानों पर छापेमारी -
Kharikhari News Desk : राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) देश भर में गजवा-ए-हिंद से जुड़े लोगों के ठिकानों पर छापा डाला। महाराष्ट्र, गुजरात, मध्य प्रदेश में कुल 7 लोकेशन पर एनआईए की टीम ने कार्रवाई की। गजवा-ए-हिंद आतंकी संगठन अल कायदा के साथ मिलकर काम करता है।
7 ठिकानों पर ताबड़तोड़ रेड :
राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने महाराष्ट्र में 3 जगहों पर, गुजरात में 3 जगहों पर और मध्य प्रदेश में 1 जगह पर छापा मारा है। द हिंदू की रिपोर्ट के मुताबिक राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने 23 मार्च, 2023 को गजवा-ए-हिंद मामले की अपनी जांच में नागपुर में 3 स्थानों पर तलाशी ली... यह मामला हिंसक आतंकवादी कृत्यों को अंजाम देने के लिए विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफार्मों पर प्रभावशाली युवाओं के कट्टरपंथीकरण से जुड़ा है।
पंजाब में भी 15 स्थानों पर छापेमारी की थी:
इससे पहले 15 मार्च को राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने जम्मू-कश्मीर के युवाओं को कट्टरपंथी बनाने, समुदायों, सुरक्षा कर्मियों, धार्मिक आयोजनों, गतिविधियों और अल्पसंख्यकों को निशाना बनाने के लिए पाकिस्तान स्थित प्रतिबंधित संगठनों द्वारा रची गई आतंकी साजिश से जुड़े एक मामले में केंद्र शासित प्रदेश के साथ-साथ पंजाब में भी 15 स्थानों पर छापेमारी की थी...
20 अधिकारियों और कर्मचारियों की टीम ने की छापेमारी :
नागपुर शहर के तीन ठिकानों पर छापेमारियों को अंजाम दिया गया... करीब एनआईए की 20 अधिकारियों और कर्मचारियों की टीम दिल्ली से आई... इसके बाद इस टीम ने नागपुर क्राइम ब्रांच के अधिकारियों और कर्मचारियों के साथ मिलकर नागपुर के सतरंजीपुरा की बड़ी मस्जिद के इलाके में सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया. एनआईए अधिकारी गुलाम मुस्तफा नाम के शख्स को ढूंढ रहे थे।
सोशल मीडिया से युवाओं का किया जा रहा ब्नेन वॉश :
आरोप है कि देश में टेरर फैलाने के लिए सोशल मीडिया का इस्तेमाल कर युवाओं का ब्रेन वॉश किया जा रहा है। 22 जुलाई 2022 को गजवा-ए-हिंद मामले में पटना के फुलवारी शरीफ पुलिस स्टेशन में केस दर्ज किया गया था।
जांच और पूछताछ के बाद एक मरगुब अहमद दानिश नाम के आरोपी के बारे में कहा गया था कि वह गजवा-ए-हिंद के नाम से एक वाट्सअप ग्रुप बनाकर युवाओं को टेरर फैलाने के लिए भड़का रहा है.... उसके बारे में एनआईए की ओर से कहा गया था कि वह कई विदेशी संगठनों के संपर्क में है।