Haryana Corona Update : कोरोना पॉजिटिविटी रेट 5.5% से ज्यादा, बढ़ सकती है पाबंदियां !
कोरोना ने फिर बिगाड़ा माहौल-
KHARIKHARI NEWS DESK : प्रदेश में एक बार फिर कोरोना ने माहौल बिगड़ना शुरू कर दिया है.. कोरोना के आंकड़ों ने छलांग लगानी शुरू कर दी है। जिस कारण कोरोना से माहौल बिगड़ता जा रहा है। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार बीते 24 घंटों में कोरोना के केस 203 सामने आए हैं जिस कारण अब सक्रिय मरीजों की कुल संख्या 724 तक हो गई है।
एक्टिव संख्या में भी बढ़ोत्तरी दर्ज :
एक्टिव मरीज की संख्या में भी बढ़ोत्तरी दर्ज की गई है। अब राज्य में 724 एक्टिव मरीज हो गए हैं। 24 घंटे में 203 नए केस भी दर्ज किए गए हैं। प्रदेश में फिर बिगड़ते माहौल को देखते हुए गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की इमरजेंसी मीटिंग को बुलाया है ताकि समय रहते हालात को संभाला जा सके।
गुरुग्राम में हालात सबसे ज्यादा बेकाबू :
वहीं प्रदेश में हर जिला में एक एक केस बढ़ रहा है लेकिन सबसे ज्यादा हालात गुरुग्राम में हैं। जहां एक दिन में 99 केस आए। वहीं अन्य जिलों में यमुनानगर में 13, जींद में 11 लोगों में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई है। इनमें गुरुग्राम, फरीदाबाद और पंचकूला शामिल हैं। वहीं पंचकूला में कोरोना के कारण 8 मरीजों की हालत गंभीर बताई गई है।
DELHI में 7 महीनों में सबसे ज्यादा मामले :
दिल्ली के स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी किए गए आकड़ों के अनुसार रविवार को बीते 24 घंटे में कोरोना के 429 नए मामले सामने आए, जिसके बाद दिल्ली में पॉजटिव मरीजों की संख्या 1395 हो गई है... दिल्ली में हर 100 में से 16 सैंपल पॉजिटिव मिल रहे हैं, जिससे पॉजिटिविटी रेट बढ़कर 16.09 प्रतिशत हो गया है। राजधानी में हर दिन बढ़ रहे कोरोना के आकड़ों से लोगों की चिंता बढ़ गई है...
भीड़भाड़ वाले स्थानों पर मास्क जरूरी :
कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए अब स्वास्थय विभाग ने गाइडलाइन जारी कर दी है। वहीं हरियाणा सरकार की ओर से भीड़भाड़ वाले स्थानों, अस्पतालों, बाजारों, सरकारी और गैर सरकारी कार्यालयों, धार्मिक स्थलों के साथ ही मास्क जरूरी कर दिया गया है। सभी सिविल सर्जनों को निर्देश दिए गए हैं।
स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह से तैयार :
स्वास्थ्य विभाग कि माने तो राज्य में तैयारियां पूरी हैं, स्वास्थ्य विभाग हर स्थिति से निपटने के लिए तैयार हैं. किसी को भी डरने की जरूरत नहीं है। टेस्ट कम होने की वजह से पॉजिटिविटी रेट ज्यादा है।