Adani Group का हिंडनबर्ग पर हमला,जबाव में जारी की 413 पन्नों की रिपोर्ट !
नेटवर्क में 10% कमी-
अडाणी ग्रुप को हिंडनबर्ग का जवाब- धोखा तो धोखा होता है
Kharikhari News Desk : हालही में हिडंबर्ग की एक रिपोर्ट सामूहिक की गई है। इस रिपोर्ट को गौतम अडानी समूह भारत पर साजिश के तहत हमला बताया है। अब इस रिपोर्ट के जवाब में ग्रुप में 413 पन्नों का जवाब जारी किया है.. गौरतलब है कि इसमें अदानी समूह पर जो भी आरोप लगे हैं उन्होंने 413 पन्नों के जवाब के जरिए इसे झूठा बताया है। ग्रुप में आरोप लगाते हुए कहा कि इस रिपोर्ट का असल मकसद अमेरिकी कंपनियों की आर्थिक फायदे के लिए नया बाजार तैयार करना है।
24 January को जारी की थी रिपोर्ट:
गौरतलब है कि बीते 24 जनवरी को निधन वर्ग ने एक रिपोर्ट जारी की थी.. रिपोर्ट के जरिए अदानी ग्रुप पर धोखाधडी, मनमानी और मनी लांड्रिंग जैसी बड़ी आरोप लगे थे।
जानिए क्या हुआ रिपोर्ट का असर:
बता दें कि रिपोर्ट जारी होने के बाद गौतम अडानी की नेटवर्क में 10% कमी आई है। Report की माने तो इसके बाद उठाने को 1.32 लाख करोड़ रुपए का नुकसान झेलना पड़ा।
अमीरों की लिस्ट में अडानी चौथे नंबर से सातवें पर पहुंचे :
अमीरों की लिस्ट में अदानी चौथे नंबर से खिसक कर सातवें नंबर पर आ गए थे। 25 जनवरी को उनके नेटवर्क 9.20 लाख करोड़ थी जो बीते 27 जनवरी को 7.88 लाख करोड रुपए पर आ गई थी।
अदानी ग्रुप का हिडनवर्ग रिपोर्ट पर जवाब:
अडानी समूह ने जवाब मिलेगा की रिपोर्ट किसी खास कंपनी पर किया गया अभी बुनियादी हमला नहीं है, बल्कि यह भारत पर किया गया हमला है। रिपोर्ट के जवाब नहीं अदानी ग्रुप ने कहा कि इंसान सरासर बेबुनियाद है आगे उन्होंने कहा कि भारत के विकास की कहानी और उम्मीदों पर हमला है।
झूठे तथ्यों के आधार पर रिपोर्ट:
जवाब नहीं समूह ने कहा कि रिपोर्ट गलत जानकारी यानी आधे अधूरे तथ्यों को मिलाकर तैयार की गई है। रिपोर्ट में आरोप लगाया गया कि अदानी ग्रुप को बदनाम करने की मंशा से यह झूठी रिपोर्ट तैयार की गई है।
हिंडनबर्ग ने दिया सबूत:
रानी समूह ने अपने जवाब में हिंदू वर्ग की विश्वसनीयता पर भी सवाल उठाए, जिसके बाद हिंडोन वर्क नहीं बदनियति का सबूत दिया है। हालांकि इस पर अभी फैसला होना बाकी है।
रिपोर्ट न स्वतंत्र और निष्पक्ष: अडानी समूह
ग्रुप ने कहा कि हिंडनवर्ग नहीं है रिपोर्ट लोगों की भलाई के लिए नहीं बल्कि अपने स्वार्थ के लिए जारी की है। समूह ने आरोप लगाते हुए कहा कि हटाने को अमीरों की लिस्ट से गायब करना चाहते हैं लेकिन ऐसा कभी नहीं हो सकता।