Adani Power: Adani Group को फिर लगा झटका ,अडानी के इस शेयर पर NSE-BSE की निगरानी, ये है वजह !
अब इस कंपनी पर रहेगी BSE, NSE की कड़ी नजर
Kharikhari News Desk : देश के दो बड़े स्टॉक एक्सचेंज बीएसई और एनएसई ने Adani Group को एक बार फिर झटका दिया है। गौरतलब है कि हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट आने के बाद से Adani Group का संकट खत्म होने का नाम ही नहीं ले रहा है... अब समूह की एक कंपनी के शेयर्स को बीएसई और एनएसई ने एक बार फिर निगरानी के दायरे में रखा है... Adani Group की कंपनी अडानी पावर के शेयर्स को दोनों स्टॉक एक्सचेंज ने फिर से छोटी अवधि के एडिशनल सर्विलांस मेजर्स(ASM) दायरे में रखा है। Adani Group पावर के शेयर्स पर ये निगरानी गुरुवार से चालू हो गई है... Adani Group का संकट हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट आने के बाद से लगातार बना हुआ है।
मार्च में पहले भी रहे निगरानी दायरे में :
हालांकि इससे पहले भी Adani Group को मार्च के महीने में पहले भी एक बार निगरानी के दायरे में रखा जा चुका है... 8 मार्च को अडानी पावर के साथ-साथ अडानी एंटरप्राइजेज और अडानी विल्मर के शेयर्स को एएसएम के तहत रखा गया था। लघु अवधि की ये निगरानी 17 मार्च को ही खत्म हुई थी.को मार्च के महीने में पहले भी एक बार निगरानी के दायरे में रखा जा चुका है। बता दें कि लघु अवधि की ये निगरानी 17 मार्च को ही खत्म हुई थी... और अब एक और संकट Adani Group पर आन खड़ा हुआ है...
शेयर प्राइस में हुआ उतार-चढ़ाव :
अडानी पावर के शेयर प्राइस में अगर उतार-चढ़ाव को देखें, तो इसकी कीमत करीब 201 रुपये से शुरू होकर 210 रुपये तक गई, वहीं अभी ये 203 रुपये प्रति शेयर के आसपास कारोबार कर रहा है.. बता दें कि रिपोर्ट आने के बाद एक बार शेयर काफी निचे गिर गए थे.. आलम ये हुआ था कि अडानी ग्रुप अमीरी की लिस्ट में भी चौथे नंबर पर पहुंच चुके थे.. वहीं बीते छह महीने में कंपनी का शेयर प्राइस 47.12 प्रतिशत तक नीचे आया है।
BSE, NSE ने लिया फैसला :
एनएसई और बीएसई ने अदाणी समूह की दो कंपनियों- अदाणी ग्रीन एनर्जी और एनडीटीवी के शेयरों को दीर्घकालिक अतिरिक्त निगरानी कदम (एएसएम) ढांचा के पहले चरण से बाहर रखने का निर्णय लिया था।