DELHI की शिक्षा व्यवस्था का सबसे शर्मनाक आंकड़ा, 9वीं-11वीं के 96% छात्र फेल !
बीजेपी ने रिजल्ट के बाद केजरीवाल सरकार को घेरा !
KHARIKARI NEWS DESK : दिल्ली में एजुकेशन सिस्टम की हवा निकल गई है। गौर हो कि अच्छी शिक्षा का दावा करने वाली केजरीवाल सरकार को अब शाबाशी की जगह ताने सुनने को मिल रहे है... जिन स्कूलों की पढ़ाई को टॉप वन क्वालिटी का बताया जा रहा था, वहां 9वीं से 11वीं के 96 प्रतिशत स्टूडेंट्स फेल हो गए हैं।
BJP ने केजरीवाल सरकार पर साधा निशाना :
इसके बाद केजरीवाल सरकार पर निशना साधने के लिए बीजेपी के हाथ बड़ा मौका लग गया है। गौर हो कि बीजेपी और आप पार्टी की बीते कुछ दिनों से ठनी हुई है.. इसके बाद आरोप प्रत्यारोप का दौर जारी है.. बीजेपी ने शिक्षा मंत्री आतिशी मार्लेना पर गंभीर आरोप लगाया है।
10वीं-12वीं में भी नकल :
बता दें कि इससे पहले दिल्ली में 10वीं-12वीं बोर्ड परीक्षा में भी नकल का आरोप लगाया गया है। इस बार दिल्ली स्कूलों में 10वीं-12वीं बोर्ड एग्जाम CBSE की तरफ से आयोजित कराए गए थे। दावा है कि सीबीएसई एग्जाम कंट्रोलर को नकल की शिकायत मिली थी।
उसमें बताया गया था कि एग्जाम सुबह 10.30 बजे से दोपहर 1.30 बजे तक होता था।
अलग-अलग होतें हैं हर स्कूलों के परीक्षा परिणाम- प्रधानाचार्य
इस मामले में प्रिंसिपल का कहना था कि हर स्कूलों के परीक्षा परिणाम अलग-अलग होतें हैं, लेकिन इस बार का कक्षा 9वीं और 11वीं का परीक्षा परिणाम उत्साहजनक नहीं रहा है। उन्होंने कहा कि कक्षाओं में कुल बच्चों के पास होने के प्रतिशत में भी कमी देखी गई है....
'कोरोना काल से बच्चों की पढ़ाई हुई प्रभावित' :
प्रधानाचार्य ने बताया कि कोरोना काल से ही स्कूलों में बच्चों की पढ़ाई बहुत हद तक प्रभावित हुई है... ऑनलाइन पढ़ाई में शिक्षकों ने पूरा प्रयास किया, लेकिन शत-प्रतिशत उसका सफल परिणाम अभी भी देखने को नहीं मिला है।
जानकारी है कि दोबारा अंकों को अपडेट किए जाने वाले निर्णय को लेकर अब शिक्षकों की ओर से खुद बच्चों को पास कराने के लिए कुछ कॉपिया भी लिखी गई है। इसके अलावा परिणाम को दोबारा बेहतर करने के लिए अब शिक्षकों की तरफ से प्रयास किया जा रहे हैं।