असद-गुलाम के आखिरी पलों की कहानी, जानिए क्यों करनी पड़ी फायरिंग-

गोली लगने के बाद जिंदा थे शूटर्स ?
 
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FIR में खुलासा- क्यों करनी पड़ी फायरिंग- 

उमेश पाल मर्डर केस में दोनों चल रहे थे फरार- 

 

KHARIKHARI NEWS DESK : उमेश पाल मर्डर केस में दोनों मृतक यानी तीक के बेटे असद और शूटर गुलाम 48 दिन से फरार चल रहे थे.. गौर हो कि STF तब से दोनों की तलाश कर रही थी.. फरार चल रहे अतीक के बेटे असद का बीते गुरुवार को यूपी एसटीएफ ने एनकाउंटर कर दिया... अब दोनों शूटरों को झांसी में मार गिराया है... फायरिंग क्यों करनी पड़ी कैसे हिरासत में लिया जानिए पूरी कहानी- 

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अतीक को छुड़ाने की फिराक में थे दोनों मृतक :
मिली जानकारी के मुताबिक दोनों अतीक को छुड़ाने की फिराक में थे.... बताया जा रहा है कि दोनों की जेल से भी अतीक से बात होती थी जिसके बाद पूरा प्लान किया गए.. दोनों की लोकेशन को जब ट्रेस किया गया तो अतीक के काफिले के साथ ही उनका दो पहिया वाहन भी चल रहा है... हालांकि  ये कार्रवाई ऐसे वक्त पर हुई, जब अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ को अलग अलग जेलों से प्रयागराज कोर्ट में पेश किया गया... लेकिन अब दोनों को पुलिस हिरासत में भेज दिया गया... 

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असद और गुलाम का एनकाउंटर कहां हुआ?
गौर हो कि STF की टीम को बुधवार को असद और उसके साथी थी झांसी से 30 किलोमीटर दूर बड़ागांव और चिरगांव के पास होने की सुचना मिली.. एनकाउंटर हुआ. ये झांसी और कानपुर हाइवे पर स्थित है।  बताया जा रहा है कि असद और मोहम्मद गुलाम पारीछा बांध के पास छिपे बैठे थे. गुरुवार को यूपी एसटीएफ की टीम ने उन्हें घेरा और गोली चलाने पर जवाबी कार्रवाई की।  इस मुठभेड़ में दोनों ढेर हो गए। असद और मोहम्मद गुलाम दोनों पर यूपी पुलिस ने 5-5 लाख का इनाम घोषित किया गया था

उमेश पाल हत्याकांड में कौन कौन शामिल?
- उमेश पाल की पत्नी की शिकायत पर अतीक, भाई अशरफ, पत्नी शाइस्ता, बेटे असद, अरमान, गुलाम, गुड्डू मुस्लिम और साबिर  समेत 9 लोगों पर मामला दर्ज किया गया था। पुलिस ने इस मामले में दो अन्य आरोपियों अरबाज और विजय चौधरी को भी एनकाउंटर में मार गिराया है। 

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असद और गुलाम को जिंदा पकड़ना चाहती थी STF : 
बता दें कि असद और गुलाम को STF जिंदा पकड़ना चाहती थी। कयास ये लगाए जा रहे थे कि अगर वो दोनों जिंदा पकडे जाते तो कई और बातों का भी इस दौरान खुलासा कर सकते थे.. लेकिन उन्होंने फायरिंग शुरू कर दी। STF की जवाबी फायरिंग में दोनों मारे गए। असद को दो, जबकि गुलाम को एक गोली लगी। 

करीब 30 मिनट चली मुठभेड़, 49 राउंड फायरिंग हुई : 
असद और गुलाम की तरफ से गोलीबारी के बाद STF ने भी जवाबी फायरिंग शुरू की। कुछ जवान गाड़ी से उतरकर पेड़ की ओट में छिप गए। करीब 30 मिनट तक दोनों तरफ से रुक-रुककर फायरिंग हुई।

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नवेंदु कुमार ने अपनी पिस्टल से 2 फायर और विमल कुमार सिंह समेत टीम ने अपनी-अपनी पिस्टल से एक-एक फायर किए। थोड़ी देर में बदमाशों की तरफ से फायरिंग बंद हो गई। इसके बाद दोनों ने भागने की कोशिश की तो दोनों जवाबी कर्रावाई में मारे गए। 

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