Mukherjee Nagar Fire Incident : कोचिंग सेंटर में लगी आग के मामले में दिल्ली HC ने लिया एक्शन, दिल्ली सरकार और इन विभागों को भेजा नोटिस, दो हफ्ते में मंगा जवाब
Khari Khari News :
Mukherjee Nagar Fire Incident : दिल्ली के मुखर्जी नगर कोचिंग सेंटर में आगजनी की घटनाको लेकर दिल्ली हाईकोर्ट एक्शन में आया है। इस घटना पर दिल्ली हाई कोर्ट ने स्वतः संज्ञान लिया है। जानकारी के मुताबिक, दिल्ली सरकार, दिल्ली अग्निशमन सेवा, दिल्ली पुलिस और SDM को नोटिस जारी किया और दो सप्ताह के भीतर जवाब मांगा। कोर्ट ने कहा कि, मुखर्जी नगर में एक DDA वाणिज्यिक केंद्र की चार मंजिला इमारत में कोचिंग सेंटर में जब आग लगी तो उस समय 500 छात्र मजूद थे जो बाल-बाल बचे थे, जब बिजली व्यवस्था में शॉर्ट सर्किट हो गया था।
उन्होंने कहा, उक्त कारणों से GNCTD दिल्ली, दिल्ली अग्निशमन सेवा, दिल्ली पुलिस और SDM को नोटिस जारी। जस्टिस ने निर्देश दिया, दिल्ली अग्निशमन सेवा को ऐसी इमारत में अग्नि सुरक्षा ऑडिट करने की आवश्यकता है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि अग्नि सुरक्षा के पर्याप्त उपाय हैं क्योंकि सैकड़ों छात्र विशेष कोचिंग के लिए इन संस्थानों में जाते हैं।
इसके बाद बेंच ने दिल्ली फायर सर्विसेज को सेफ्टी ऑडिट करने का निर्देश दिया और यह भी कहा कि फायर सर्विस अथॉरिटी यह देखेगी कि इन संस्थानों के पास फायर सेफ्टी सर्टिफिकेट है या नहीं। वकील ने हाई कोर्ट द्वारा जारी नोटिस को स्वीकार किया। अदालत ने संबंधितों को दो सप्ताह के भीतर जवाब दाखिल करने को कहा है और मामले पर कोर्ट अगली सुनवाई 3 जुलाई हो करेंगा।
मुखर्जी नगर में गुरुवार को कोचिंग सेंटर में हुए अग्निकांड में 70 से अधिक छात्र घायल हो गए। जान बचाने के लिए छात्र कोचिंग सेंटर से जिस तरह जान जोखिम में डालकर रस्सियों और तारों के सहारे कूदे इसे देखकर दिल्ली हाईकोर्ट ने मामले में खुद ही हस्तक्षेप किया है। दिल्ली फायर सर्विस विभाग को आदेश दिया है कि जिस कोचिंग सेंटर में सैकड़ों की संख्या में छात्र आते हैं क्या ऐसी इमारतों में मालिकों द्वारा आग लगने से बचने और आग लगने की सूरत में बचाव के लिए जरूरी सुरक्षा कदम उठाए गए हैं।
जानकारी के मुताबिक, के मुताबिक हादसे के बाद 61 लोगों को इलाज के लिए 3 अस्पतालों में भर्ती कराया गया था। जिनमें 50 को कुछ घंटों बाद डिस्चार्ज कर दिया गया था। लेकिन कोचिंग से जान बचाकर बाहर आए स्टूडेंट्स का आरोप था कि कुछ लोग अंदर मरे पड़े हैं, लेकिन पुलिस किसी को अंदर नहीं जाने दे रही है। पुलिस ने आंकड़े छिपाए।
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