Himachal के मंत्रिमंडल पर आज Delhi में होगा मंथन, CM देंगे Congress आलाकमान को रिपोर्ट !

वरिष्ठता का राग अलाप कर खुद के लिए ओहदा तलाश रहे MLA,क्या मिलेगी जगह ?
 
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HP cm meeting
मुख्यमंत्री पार्टी आलाकमान को आज देंगे रिपोर्ट,जानिए किसे मिलेगी जगह 

हिमाचल में मंत्रिमंडल के गठन का इंतजार ख़तम,आज Delhi की बैठक में होगा फैसला 

 

Kharikhari News Desk : हिमाचल में मंत्रिमंडल के गठन का इंतजार अब खत्म होने वाला है.. मंत्रिमंडल पर आज हिमाचल के मुख्यमंत्री दिल्ली में अहम चर्चा करेंगे..मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू पूरी तैयारी के साथ हाइकमान से मुलाकात करने जा रहे हैं। मुख्यमंत्री सुक्खू दो जनवरी को मनाली में विंटर कार्निवाल महोत्सव का उद्घाटन करने के बाद दिल्ली रवाना होंगे। वह शाम करीब साढ़े चार बजे दिल्ली पहुंचेंंगे। मुख्यमंत्री की दिल्ली से वापसी तीन जनवरी को होगी और वे सीधे धर्मशाला लौटेंगे। इस बीच दिल्ली में मुख्यमंत्री पार्टी आलाकमान को सरकार की रिपोर्ट देंगे और मंत्रिमंडल के गठन पर भी बात रखेंगे। विधानसभा के शीतकालीन सत्र से ठीक पहले होने वाली इस मुलाकात में मंत्रियों के नाम तय होने की संभावना है। गौरतलब है कि प्रदेश में कांग्रेस सरकार बने 20 से ज्यादा दिन गुजर चुके हैं और अभी तक विभागों का बंटवारा नहीं हो पाया है। अभी तक मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री ही प्रदेश को चला रहे हैं, जबकि कांग्रेस ने 40 सीटें जीत कर स्पष्ट बहुमत की सरकार बनाई है। मंत्रिमंडल में अहम ओहदे हासिल करने को लेकर विधायकों में होड़ मची है। इससे पूर्व कांग्रेस के सभी 40 विधायक दिल्ली में कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खडग़े से मुलाकात कर चुके हैं। इस दौरान मल्लिकार्जुन खडग़े ने सभी विधायकों के साथ वार्तालाप किया है।

वरिष्ठता का राग अलाप कर खुद के लिए ओहदा तलाश रहे विधायक : 

इसके अलावा राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी, महासचिव वेणुगोपाल समेत अन्य नेताओं से कांग्रेस के विधायकों की बातचीत हो चुकी है। मंत्रिमंडल में मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू नए चेहरों और संगठन से आए विधायकों को जगह देने की पैरवी कर रहे हैं, जबकि अन्य विधायक वरिष्ठता का राग अलाप कर खुद के लिए ओहदा तलाश रहे हैं। फिलहाल, मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू के लिए विधायकों में ओहदे बांटने के बाद काम खत्म नहीं होगा, बल्कि इसके बाद सरकार को कैबिनेट की पहली बैठक बुलानी होगी और इस बैठक में कर्मचारियों के लिए ओपीएस लागू करनी पड़ेगी। चुनावी बेला में कांग्रेस ने दस गारंटियां दी हैं और इनमें ओपीएस को पहली कैबिनेट में लागू करने का भरोसा कर्मचारियों को दिया था। फिलहाल, मुख्यमंत्री के दिल्ली दौरे से लौटने के बाद काफी हद तक यह स्थिति साफ हो जाएगी कि कांग्रेस सरकार के मंत्रिमंडल में कौन से विधायक बिल्कुल फिट बैठ गए हैं।
 

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