RAM RAHIM पर "बरसी" खट्टर सरकार की कृपा,3 महीने की सजा हुई माफ !
DCW की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने खट्टर सरकार की आलोचना की-
Kharikhari News Desk : कानून की नजर में गुरमीत राम रहीम इंसा हत्यारा भी है और दुष्कर्मी भी, मगर हरियाणा सरकार की उसके लिए जो मोहब्बत है, वो कम होने का नाम ही नहीं लेती। अब कहने को तो कानून की नजर में सब बराबर होते हैं, लेकिन जिस तरह से हरियाणा सरकार बाबा को खुले हाथों से कभी फरलो तो कभी पैरोल के नाम पर रिहाई दे रही है, उसकी दूसरी मिसाल इस देश में कहीं और नहीं मिलती। गौरतलब है कि राम रहीम 40 दिनों की पैरोल पर जेल से बाहर है ऐसे में विपक्ष के साथ-साथ कई लोगों ने सरकार को आड़े हाथों लेना शुरू कर दिया है.. सरकार से हर कोई इस बात का जबाव चाहता है कि इस बलात्कारी बाबा के साथ ऐसा स्पेशल ट्रीटमेंट क्यों ?
14 महीनों में चौथी बार और तीन माह में दूसरी बार गुरमीत राम रहीम जेल के बाहर :
जानकारी के अनुसार पिछले 14 महीनों में चौथी बार और तीन माह में दूसरी बार गुरमीत राम रहीम जेल के बाहर है। अब सरकार ने गणतंत्र दिवस पर फैसला किया है कि 10 साल से अधिक के सजायाफ्ता कैदियों को 3 महीने की छूट दी जाएगी। सरकार के इस फैसले का फायदा डेरा मुखी को होगा। जी हां हरियाणा सरकार ने डेरा मुखी राम रहीम की 90 दिनों की सजा को माफ कर दिया है। ऐसे में इस मामले पर सियासत दिन प्रतिदिन गरमाती जा रही है।
जेल मंत्री चौधरी रणजीत सिंह ने गणतंत्र दिवस पर दिया अपराधियों को तोहफा :
हरियाणा के ऊर्जा एवं जेल मंत्री चौधरी रणजीत सिंह की मानें तो गणतंत्र दिवस यानी 26 जनवरी, 2023 को कारागार से पैरोल और फरलो पर आए सभी अपराधियों को यह छूट भी दी जाएगी। सरकार ने शर्त रखी है कि कैदी अपने निर्धारित समय पर संबंधित कारागार में आत्म समर्पण करते हैं तो उस स्थिति में कारावास के बचे हुए समय में यह छूट दी जाएगी।
जेल से बाहर आते ही कर चुके है ये कारनामा :
आपको बता दें राम रहीम के तलवार से केक काटने वाले वीडियो पर भी काफी बवाल मचा है। राम रहीम की यह वीडियो सामने आने के बाद दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने तीखी प्रतिक्रिया दी है और हरियाणा की खट्टर सरकार को खरी-खोटी सुनाई है। DCW की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर राम रहीम का वीडियो साझा कर खट्टर सरकार की आलोचना करते हुए लिखा, ‘खट्टर जी, देखिए जिस दुष्कर्मी को आपने समाज में खुला छोड़ दिया वह कैसे सिस्टम के गाल पर तमाचा मार रहा है। तलवार से कभी महान वीर कमजोरों की रक्षा करते थे, पर आज तलवार से यह दुष्कर्मी जश्न मना रहा है। ऐसे काम पर आर्म्स एक्ट में केस दर्ज होता है, लेकिन यहां तो पूरी सरकार चरणों में पड़ी है।’