BPL Ration Card: BPL राशन कार्ड धारकों की बल्ले बल्ले! 1 मार्च से मिलने वाले है इतने रुपए

भारत सरकार देश के गरीब और मध्यम वर्गीय परिवारों के जीवन स्तर को ऊपर उठाने के लिए समय-समय पर विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं की घोषणा करती रहती है। ऐसे परिवारों के लिए राशन कार्ड एक महत्वपूर्ण दस्तावेज है, जो उन्हें सस्ता या मुफ्त राशन पाने का अधिकार देता है। हाल ही में सरकार ने राशन कार्ड धारकों के लिए एक नई योजना की घोषणा की है, जिसके तहत उन्हें न केवल मुफ्त राशन बल्कि कई अन्य आर्थिक लाभ भी प्रदान किए जाएंगे। यह खबर उन करोड़ों राशन कार्ड धारकों के लिए बहुत राहत देने वाली है जो सरकारी अनाज और सब्सिडी पर निर्भर हैं। आइए जानते हैं कि इस नई योजना के तहत राशन कार्ड धारकों को क्या लाभ मिलेंगे और इन लाभों का उनके जीवन पर क्या प्रभाव पड़ेगा।
मुफ्त राशन योजना का विस्तार
सरकार ने राशन कार्ड धारकों के लिए मुफ्त राशन योजना को और आगे बढ़ाने का एक महत्वपूर्ण निर्णय लिया है। कोरोना महामारी के दौरान शुरू की गई इस योजना को अब और समय के लिए बढ़ा दिया गया है। इस योजना के तहत गरीब और जरूरतमंद परिवारों को गेहूं, चावल, दाल, चीनी और अन्य आवश्यक खाद्य सामग्री या तो मुफ्त में या मामूली कीमत पर उपलब्ध कराई जाएगी। यह योजना विशेष रूप से अंत्योदय अन्न योजना (AAY) और प्राथमिकता वाले परिवारों (PHH) के राशन कार्ड धारकों के लिए है। इन परिवारों को हर महीने प्रति व्यक्ति 5 किलो अनाज मुफ्त मिल सकेगा। इसके अलावा अंत्योदय अन्न योजना के अंतर्गत आने वाले परिवारों को परिवार में सदस्यों की संख्या की परवाह किए बिना हर महीने 35 किलो अनाज मिलेगा।
मुफ्त राशन योजना का यह विस्तार गरीब परिवारों के लिए बड़ी राहत है, क्योंकि इससे उनकी खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित होगी और वे अपनी आय का एक बड़ा हिस्सा अन्य जरूरतों पर खर्च कर सकेंगे। इस योजना से देश के करीब 80 करोड़ लोगों को लाभ मिलने की उम्मीद है, जो कुल आबादी का करीब 60 फीसदी है।
प्रत्यक्ष लाभ अंतरण (DBT) के जरिए नकद सब्सिडी
कई राज्यों में सरकार प्रत्यक्ष लाभ अंतरण (DBT) योजना के जरिए राशन कार्ड धारकों को वित्तीय सहायता दे रही है। इस योजना के तहत पात्र लाभार्थियों के बैंक खातों में सीधे वित्तीय सहायता भेजी जाती है। यह व्यवस्था बिचौलियों की भूमिका को खत्म करती है और यह सुनिश्चित करती है कि लाभ सीधे और पूरी तरह से पात्र व्यक्तियों तक पहुंचे।
डीबीटी योजना के तहत राशन कार्ड धारकों को हर महीने उनके बैंक खाते में एक निश्चित राशि भेजी जाती है। वे इस राशि का उपयोग अपनी ज़रूरत के हिसाब से अनाज और अन्य खाद्य पदार्थ खरीदने के लिए कर सकते हैं। इससे उन्हें अपनी पसंद के हिसाब से खाद्य पदार्थ खरीदने की आज़ादी मिलती है और वे अपनी स्थानीय ज़रूरतों और पसंद के हिसाब से अपने भोजन की योजना बना सकते हैं।
कुछ राज्यों में डीबीटी योजना के तहत राशन कार्ड धारकों को हर महीने प्रति सदस्य 1,000 रुपये तक की वित्तीय सहायता प्रदान की जाती है। यह राशि अलग-अलग राज्यों में अलग-अलग हो सकती है, लेकिन इसका उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि हर परिवार को पर्याप्त पोषण मिले।
डीबीटी योजना का एक और लाभ यह है कि इससे राशन की दुकानों पर लंबी कतारें और भ्रष्टाचार की संभावना कम हो जाती है। लाभार्थी अपनी सुविधा के अनुसार किसी भी दुकान से खाद्य पदार्थ खरीद सकते हैं, जिससे उनका समय और ऊर्जा बचती है